💚Kitna Dhanyawad Dun | कितना धन्यवाद दूं Hindi Christian Song Lyrics💛
"कितना धन्यवाद दूँ" एक सुंदर और आत्मिक हिंदी मसीही आराधना गीत है, जिसके बोल न केवल भावनाओं से परिपूर्ण हैं, बल्कि गहरी आत्मिक सच्चाइयों को उजागर करते हैं। इस गीत के माध्यम से लेखक (Sr. Jayanti Anand) ने प्रभु यीशु मसीह की प्रेम, दया, सुरक्षा, और अगुवाई के लिए दिल से कृतज्ञता प्रकट की है। यह गीत एक कृतज्ञ हृदय की पुकार है — जो प्रभु की महानता और भलाई को देखकर स्तुति और धन्यवाद से भर जाता है।👉Song More Information After Lyrics.
👉Song Credits;💜
Lyrics : Sr Jayanti Anand
Lead Vocal: Jayanti Anand, Rihana Gamit, Vinod Vasave
Backing Vocals: Mahima Gamit, Angelina Gavit, Samuel Gavit, Ashvin Gamit, Dipixa Gamit, Divyani Gamit
👉Lyrics;🙋
👉Song More Information;
नीचे इस गीत का गहराई से विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है:
❖ पहले अंतरे का सार:
"कितना धन्यवाद दूँ तेरे प्रेम के लिए येशुआ
कितनी स्तुति मैं करूँ तेरी दया के लिए येशुआ"
इस पंक्ति में आराधक का हृदय अत्यंत कृतज्ञता से भरा है। प्रभु येशु का प्रेम और दया इतनी महान और अपार है कि उसके लिए कोई भी शब्द या कार्य पर्याप्त नहीं लगते। "कितना धन्यवाद दूँ" — यह पंक्ति बताती है कि आराधक की भावनाएँ सीमाओं को पार कर जाती हैं। मानव प्रेम सशर्त और सीमित होता है, पर प्रभु का प्रेम नि:स्वार्थ, शाश्वत और गहराई से भरा हुआ है।
यीशु के प्रेम की तुलना किसी भी सांसारिक प्रेम से नहीं की जा सकती, क्योंकि वह ऐसा प्रेम है जो क्रूस पर बलिदान तक गया। उसी प्रकार उसकी दया — जो हमें हमारे पापों के अनुसार दंड नहीं देती, बल्कि अनुग्रह प्रदान करती है — स्तुति के योग्य है।
❖ दूसरा अंतरा:
"महामारी से तूने मुझे बचाया
बहेलियों के जाल से मुझे छुड़ाया
यहोवा अडोनाई प्रभु तू मेरा
तेरी छाया में सदा ठिकाना मेरा"
इस खंड में प्रभु की सुरक्षा और उद्धार की बात की गई है। महामारी — जैसे COVID-19 — ने बहुतों को भय और मृत्यु के साए में डाल दिया, पर बहुत से विश्वासियों ने अनुभव किया कि प्रभु ने उन्हें सुरक्षित रखा। बहेलियों के जाल का उल्लेख भजन संहिता 91 से प्रेरित प्रतीत होता है: "वह तुझे बहेलिए के फंदे से और घातक रोग से छुड़ाएगा।"
"यहोवा अडोनाई" (अर्थात प्रभु और स्वामी) का नाम लेते हुए आराधक यह स्वीकार करता है कि प्रभु ही उसका मालिक है, उसका सहारा है। "तेरी छाया में सदा ठिकाना मेरा" — यह एक अत्यंत आत्मीय संबंध को दर्शाता है, जहाँ विश्वास करनेवाला प्रभु की उपस्थिति को अपना आश्रय और निवास मानता है।
❖ तीसरा अंतरा:
"अपने पंखों तले मुझे छुपाए रखेगा
अपने दाहिने हाथ से अगुवाई करेगा
एल शद्दाय, एल रोही प्रभु यहोवा
मेरी समझ से परे कार्य करेगा"
यह खंड फिर भजन संहिता 91 और अन्य पुरानी वाचा के नामों को संदर्भित करता है। "अपने पंखों तले" — यह प्रतीकात्मक भाषा है जो ईश्वर की रक्षा और कोमलता को दर्शाती है, जैसे एक मुर्गी अपने बच्चों को पंखों के नीचे छिपा लेती है।
"दाहिने हाथ से अगुवाई" — बाइबल में दाहिना हाथ सामर्थ्य और अधिकार का प्रतीक है। जब प्रभु अपने दाहिने हाथ से अगुवाई करता है, तो वह मार्गदर्शन भी करता है और सुरक्षा भी देता है। "एल शद्दाय" का अर्थ है "सर्वशक्तिमान परमेश्वर" और "एल रोही" का अर्थ है "मेरा चरवाहा परमेश्वर" — जो हमें हमारी हर आवश्यकताओं में देखता और संभालता है।
"मेरी समझ से परे कार्य करेगा" — यह एक बहुत ही शक्तिशाली सत्य है। परमेश्वर हमारे सोच और योजना से कहीं आगे की योजना रखता है (यशायाह 55:8-9)। उसका मार्गदर्शन रहस्यमय हो सकता है, पर वह सर्वोत्तम होता है।
❖ गीत के आत्मिक भाव और उद्देश्य:
यह गीत एक शुद्ध, विनम्र और आत्मसमर्पित हृदय की आराधना है। आराधक को यह समझ है कि:
वह जिस जीवन को जी रहा है वह परमेश्वर की कृपा और रक्षा से ही संभव हुआ है।
हर बुरे समय, संकट, महामारी और जीवन के फंदों से उसे छुड़ानेवाला केवल प्रभु ही है।
वह अपने जीवन की योजना को प्रभु के हाथों में छोड़ देता है क्योंकि वह जानता है कि परमेश्वर जो करता है, वह उसके भले के लिए है।
❖ गीत का संगीत और समर्पण:
गीत की रचना सरल पर गूढ़ है, जिसे हर कोई गा सकता है पर जब वह इसे दिल से गाता है, तो यह गीत व्यक्तिगत गवाही बन जाता है। जब हम यह गीत गाते हैं, हम अपने जीवन के लिए प्रभु को धन्यवाद देते हैं, और उस प्रेम को स्वीकारते हैं जो हमें शाश्वत जीवन देता है।
इस गीत में सम्मिलित किए गए बाइबल के नाम — जैसे "येशुआ", "यहोवा", "अडोनाई", "एल शद्दाय", "एल रोही" — यह दर्शाते हैं कि प्रभु न केवल प्रेममय है, बल्कि सामर्थी, मार्गदर्शक, उद्धारकर्ता, और चरवाहा भी है। वह हमें ढकता भी है और हमारी अगुवाई भी करता है।
❖ निष्कर्ष:
"कितना धन्यवाद दूँ" केवल एक आराधना गीत नहीं, बल्कि एक आभार-भरी गवाही है। यह हमें स्मरण कराता है कि प्रभु यीशु मसीह का प्रेम, दया, सुरक्षा, और मार्गदर्शन आज भी जीवित और प्रभावशाली है। यह गीत हमें प्रेरित करता है कि हम हर परिस्थिति में परमेश्वर को धन्यवाद दें, उसकी स्तुति करें और उसके नाम को ऊँचा उठाएँ — क्योंकि वही हमारा जीवन, उद्धार और शांति है।
प्रभु येशु मसीह के नाम में यह गीत एक आत्मिक भेंट है — प्रेम से भरा हुआ, विश्वास से लबरेज़, और कृतज्ञता से सराबोर।
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